*सर्वप्रथम आप सभी को मीना दिवस 24 सितम्बर 2020 की हार्दिक शुभकामनाएं!*🙏🙏🙏🙏
*यूनीसेफ की एक परियोजना* के तहत देश के कई राज्यों में पहले उच्च प्राथमिक फिर प्राथमिक विद्यालयों में मीना मंच की स्थापना की गई है।
*इसका उद्देश्य बालिका शिक्षा को प्रोत्साहित करना है।*
मीना को केन्द्रीय पात्र बनाकर कई कहानियों तथा फिल्मों की रचना भी की गई है।
मीना मंच का गठन कैसे?
*मीना मंच में 20 छात्राएं सदस्य होती हैं। जिसमें से पांच छात्राओं की कार्यकारिणी समिति गठित होती है।*
उसी में से एक अध्यक्ष, एक सचिव, एक कोषाध्यक्ष एवं दो सदस्य होते हैं।
कार्यकारिणी समिति का *कार्यकाल एक वर्ष* का होता है।
*मीना कौन है??*
बालिकाओं के मुद्दों को सरल एवं सहज रूप से समझने के लिए मीना नाम की लड़की का एक काल्पनिक चरित्र बनाया गया है। प्रत्येक वर्ग एवं समाज की बालिकाएं स्वयं का इससे जुड़ा
महसूस कर सकती है। मीना एक उत्साही और विचारवान किशोरी है जिसमें उमंग,उल्लास,सामाजिक बाधाओं के विरुद्ध लड़ने का जज्बा रखती है और समस्या समाधान हेतु किसी से बातचीत करने में हिचकिचाती
*मीना अपने माता-पिता, दादी, भाई राजू और बहन रानी के साथ रहती है। मिट्ठू तोता उसका सबसे प्यारा दोस्त है।*
*मीना मंच के उद्देश्य एवं लक्ष्य-*
~किशोर एवं किशोरियों को आत्म अभिव्यक्ति हेतु मंच उपलब्ध कराना।
~( किशोरियों में ) नेतृत्व एवं सहयोग की क्षमता विकसित करना ।
~किशोरी शंकाओं के सन्दर्भ में परिचर्चा हेतु मंच प्रदान करना।
~सृजन, लेखन एवं चित्रकारिता ⁄ पेन्टिंग का कौशल विकसित करना ।
~उत्कृष्ट स्तर के जीवन यापन हेतु जीवन निर्वाह कौशल विकसित करना ।
~बच्चों एवं महिलाओं में उनके अधिकारों के प्रति चेतना जागृत करना।
*मीना सुगमकर्ता ( फैसिलिटेटर)-*
मीना मंच को सुविधा ( संसाधन ) युक्त बनाने के उद्देश्य से विद्यालय की महिला अध्यापिका को मीना सुगमकर्ता के रूप में नामित किया जाता है। मीना सुगमकर्ता को ३ दिन का प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। ये विद्यालय स्तर पर मीना मंच सक्रिय सहयोग प्रदान करती है।
*मीना प्रेरक-*
मीना मंच की गतिविधियों एवं मंच के वार्ताकारों के अभिलेखीकरण हेतु मीना प्रेरक सामान्य सभा की बैठक में चयनित किया जाता है।
नेतृत्व की क्षमता या गुण वाली किशोरी छात्रा को ही चयनित किया जाता है।
*दृढ़ संकल्प, क्षमतावान बालिका ही मीना प्रेरक के रूप में चयनित की जाती है।*
_*मीना मंच की सामान्य सभा की बैठक के पश्चात् प्रत्येक माह कार्यकारिणीसमिति की नियमित बैठक होती है। ये बैठकें मीना पंचायत के नाम से जानी जाती है।*_
*मीना मंच की कार्य प्रणाली*
एन。 पी。ई。जी。एल。 के समीष्ट (कलस्टर) विद्यालयों में मीना मंच द्वारा विद्यालय पुस्ताकालयों, क्रीड़ा गतिविधियों एवं बाल शिक्षा केन्द्रों का सक्रियता के साथ संचालन किया जा रहा है।
मीना मंच द्वारा विभिन्न प्रकरणों के सन्दर्भ में नाटय / भूमिका प्रदर्शन, कथा वाचन एवं परिचर्चाओं के माध्यम से समुदाय गतिशील / क्रियाशील भी बनाये जा रहे हैं।
*मीना मंच द्वारा सम्पन्न किये जाने वाल-अन्य गतिविधियां-*
~छात्र/छात्रा उपस्थिति ।
~विद्यालय विहीन बच्चों की खोज ।
~बाल विवाह ।
~दहेज ।
~स्वास्थ्य एवं सफाई ।
~लिंग भेद ।
~अपने गांव हेतु शिक्षा योजना बनाना ।
*विद्यालयों में बाल संसद व मीना मंच का क्रियाकलाप व जिम्मेदारी*
स्कूल में अनुशासन, स्वच्छता, सौंदर्यीकरण, पुस्तकालय, विज्ञान, सांस्कृतिक व खेलकूद का कारगर परिणाम बाल संसद के योगदान से सार्थक बताया जाता है.
*क्या है मीना मंच के कार्य एवं दायित्व????*
अनामांकित बच्चों की पहचान करना व उन्हें स्कूल से जोड़ना है. अनियमित बच्चों को विद्यालय से जोड़ने का प्रयास करना है. पढ़ाई में कमजोर बच्चों को स्कूल के बाद मदद करना है. लड़कियों को शिक्षा, स्वास्थ्य व स्वच्छता के प्रति जागरूक बनाना है. स्कूल की गतिविधियों में लड़कियों की भागीदारी बढ़ाना है।
*मीना की कहानियों का उद्देश्य व संदेश*
मीना की कहानियाँ बच्चों के जीवन के चारों तरफ घूमती हं। मीना की कहानियाँ बच्चों को बचपन से ही लड़की-लड़के की भूमिकाओं के बीच स्वस्थ और बेहतर संबंधों का रूप दिखाती हैं। इनका उद्देश्य जागरूकता बढाना और संवाद शुरू करने के अवसर प्रदान करना है। 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
अवधेश कुमार भारती
जिला समन्वयक बालिका शिक्षा सोनभद्र
कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय राबर्ट्सगंज सोनभद्र